अपने ही दल की नपाध्यक्ष के खिलाफ पार्षदों के मोर्चा खोलने से भाजपा में मचा हड़कंप

MP DARPAN
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-जिलाध्यक्ष जसमंत जाटव और विधायक देवेन्द्र जैन ने सर्किट हाउस में 26 भाजपा पार्षदों से की वन टू वन चर्चा -जिलाध्यक्ष ने पार्षदों की मांग को जायज करार दिया


शिवपुरी।
भाजपा शासित नगर पालिका में अध्यक्ष गायत्री शर्मा की कुर्सी पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। उनके खिलाफ भाजपा के अधिकांश पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है और कांग्रेस के बहु संख्यक पार्षद भी उनके साथ आ गए हैं। कल घटनाक्रम काफी तेजी से घटित हुआ। नगर पालिका शिवपुरी के 22 भाजपा पार्षदों में से 15 पार्षद और पांच कांग्रेस पार्षद करैरा के प्रसिद्ध बगीचा हनुमान मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने नपा अध्यक्ष गायत्री शर्मा को हटाने की शपथ खाई और कहा कि यदि वह गायत्री शर्मा को हटाने में सफल नहीं हुए तो स्वयं इस्तीफा दे देंगे। इसके बाद भाजपा में हड़कंप मच गया और आज सुबह सर्किट हाउस में जिलाध्यक्ष जसमंत जाटव और विधायक देवेन्द्र जैन ने भाजपा पार्षदों की बैठक बुलाई। जिसमें 26 भाजपा और समर्थक निर्दलीय पार्षद  बैठक में पहुंचे जिनसे वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने पहले वन टू वन चर्चा की और फिर सामूहिक रूप से उनसे बातचीत की तथा उनका पक्ष जाना। बैठक के पश्चात पत्रकारों से चर्चा करते हुए जिलाध्यक्ष जसमंत जाटव ने साफ साफ कहा कि पार्षदों की मांग जायज है। नगर पालिका शिवपुरी में विकास के कार्य नहीं हो रहे जिससे पार्षद परेशान हैं। उन्होंने कहा कि वह पूरे घटनाक्रम से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अवगत करायेंगे और कोई न कोई हल निकल आएगा।

नगर पालिका में अध्यक्ष के खिलाफ आक्रोश काफी लम्बे समय से पार्षदों में पनप रहा था। लेकिन नियमों की बाध्यता के कारण पार्षदगण विवश थे। नियमानुसार तीन वर्ष से पहले अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता था। अगस्त में अध्यक्ष गायत्री शर्मा के कार्र्यकाल के तीन वर्ष पूर्ण होने वाले हैं। इससे पूर्व ही अध्यक्ष विरोधी पार्षद एक जुट हो गए। कल नगर पालिका परिषद के 39 पार्षदों में से 20 पार्षद या उनके परिवार के सदस्य एक साथ करैरा के प्रसिद्ध बगीचा हनुमान मंदिर पहुंचे। इस मंदिर की ख्याति है कि यहां कोई भी व्यक्ति झूठी बात नहीं कर सकता और यदि करता है तो उसे इसका परिणाम भुगतना पड़ सकता है। इसलिए अपने आपको अध्यक्ष के खिलाफ नैतिक रूप से एक जुट करने के लिए पार्षद विजय बिंदास, ओमी जैन, ताराचंद राठौर, रत्नेश जैन (पार्षद पति), राहुल व्यास (नपा उपाध्यक्ष के पुत्र), गोपी शर्मा (पार्षद प्रतिभा शर्मा के पति), अनिल बघेल (पार्षद नीलम बघेल के पति), पार्षद सरोज धाकड़, ममता धाकड़ के पति, मक्खन आदिवासी, राजा यादव, रीना शर्मा, राजू गुर्जर,पार्षद मीना बाथम के पति, कमलकिशन शाक्य, गोमती खन्ना, वेदांश सविता, कृष्णा जाटव (भाजपा पार्षद), संजय गुप्ता, मोनिका सडैया (कांग्रेस पार्षद) आदि ने सामूहिक रूप से अध्यक्ष गायत्री शर्मा को हटाने की शपथ खाई और फोटो सेशन में भाग लिया। इन 20 पार्षदों में से 15 भाजपा और पांच कांग्रेस के पार्षद शामिल हैं।

पार्षदों ने नपाध्यक्ष पर भ्रष्टाचार और निष्क्रियता के लगाए आरोप

पार्षदों ने आरोप लगाया कि गायत्री शर्मा के अध्यक्षीय कार्यकाल में शहर की जनता समस्याओं से त्रस्त हो चुकी है। न सफाई व्यवस्था में सुधार हुआ, न नालियों की मरम्मत, न ही पेयजल संकट दूर हुआ। साथ ही, अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगते रहे लेकिन उनकी कभी जांच तक नहीं हुई। पार्षदों का कहना है कि अब जनता के हित में उन्हें हटाना जरूरी हो गया है। करैरा के बगीचा सरकार हनुमान मंदिर की मान्यता है कि यहां जो कसम खाई जाती है, वो टूटती नहीं है। कई फैसले भी पहले यहां आकर लिए गए हैं। इसी मान्यता और दृढ़ निश्चय को ध्यान में रखते हुए पार्षद यहां एकत्र हुए ताकि कोई भी भविष्य में दबाव में आकर अपना फैसला न बदले।

अध्यक्ष विरोधी पार्षद बोले किसी भी हालत में समझौता नहीं

बगीचा बाले हनुमान जी के मंदिर पर शपथ खाने वाले पार्षद अब पीछे हटने के मूड में नहीं है। पार्षद विजय बिंदास और पार्षद पति रत्नेश जैन डिम्पल ने साफ साफ कहा कि अब कोई तीसरा बिकल्प नहीं है। या तो अध्यक्ष गायत्री शर्मा रहेंगी अथवा हम रहेंगे।

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