सीआईएटी, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, आध्यात्मिक गुरू हुए शामिल, जगह-जगह हुआ स्वागत, आज झांसी पहुंचेगी
शिवपुरी। प्रथम भारतीय स्वाधीनता संग्राम 1857 की महानायिका वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस के अवसर पर प्रतिवर्ष की भांति राष्ट्र चेतना को मुखरित करने के उद्देश्य से शिवपुरी से झांसी तक 14वीं दो दिवसीय पैदल तिरंगा व मशाल यात्रा का आयोजन समाजसेवी संस्था बीपीएम जयहिंद मिशन व संत रैदास लोक कल्याण ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सेवानिवृत्त आईटीबीपी कमाण्डेट फैय्याज खान, सीआरपीएफ सीआईएटी से असि.कमाण्डेट मनीष कुमार शर्मा, आईटीबीपी से इंस्पेक्टर सुरेन्द्र सिंह यादव, आध्यात्मिक गुरू डॉ.रघुवीर सिंह गौर, सेवानिवृत्त एसडीओ अवधेश सक्सैना, प्रायवेट स्कूल एसोसिएशन की नवागत अध्यक्ष डॉ.श्रीमती सुषमा पाण्डे, समाजसेवी श्रीमती विभा रघुवंशी, मातृशक्ति समन्वय से श्रीमती किरण उप्पल, श्रीमती पिंकी गोस्वामी, जैक एण्ड जिल स्कूल संचालक जहार सिंह रावत, स्कूल संचालक रामलखन धाकड़, पर्यावरण प्रेमी बृजेश सिंह तोमर, मीडिया प्रभारी राजू यादव (ग्वाल), रशीद खान गुड्डू, मणिकांत शर्मा, भूपेन्द्र विकल, उम्मेद झा, डॉ कपिल मौर्य, रैली प्रभारी लल्ला पहलवान, उम्मेद ओझा, दुर्गेश गुप्ता, नीरज जाटव, डांसर सुखवीर सिंह कुशवाह, सुल्तान मारसाब, बद्रीप्रसाद धाकड़ आदि मौजूद रहे। यहां बीपीएम जयहिंद संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष व चार बार राष्ट्रपति पुरूस्कार विजेता सेवानिवृत्त जेलर डॉ.व्ही.एस.मौर्य एवं संत रैदास लोक कल्याण ट्रस्ट अध्यक्ष डॉ.कपिल मौर्य के संयुक्त तत्वाधान में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 14वीं बार अमर बलिदानी रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर तिरंगा-मशाल यात्रा शहर के तात्याटोपे समाधि से पुष्पांजलि कर निकाली गई। इस पैदल मशाल तिरंगा यात्रा को झांसी रवाना करने के लिए अतिथियों के द्वारा सर्वप्रथम तात्याटोपे समाधि पर पहुंचकर पुष्प चक्र भेंट कर वीर तात्या को नमन किया तत्पश्चात सभी ने मिलकर इस पैदल तिरंगा मशाल यात्रा में शामिल होकर यात्रा को झांसी के लिए रवाना किया, इसके साथ ही यहां 11 तोपों की प्रतीकात्मक सलामी दी गई। इस दौरान सीआरपीएफ/सीआईएटी व आईटीबीपी सहित पुलिस बल के जवानों की विशेष सहभागिता रही। रैली के आयोजक बीपीएम मिशन संस्था व संत रैदास लोक कल्याण ट्रस्ट के तत्वाधान में देशभक्ति गीतों के साथ निकली इस भव्य तिरंगा रैली यात्रा का नगर में अनेकों स्थानों पर पुष्पाहार, जल वितरण व अन्य पेय पदार्थों के साथ स्वागत किया गया। यह पैदल मशाल यात्रा जिला मुख्यालय से प्रारंभ होकर करैरा में विश्राम करेगी और बुधवार 18 जून को प्रात: निकलकर झांसी के लिए रवाना होगी जो सायं 5 बजे रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल पर पहुंचकर मशाल समर्पित करते हुए संपन्न होगी।