पीआईसी से हटाने का अध्यक्ष का अधिकार, लेकिन मेरे सम्मान का तो ध्यान रखना था: पार्षद गौरव सिंघल

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पत्रकार वार्ता बुलाकर व्यक्त की अपने मन की पीढ़ा, साथ में मौजूद रहे अध्यक्ष विरोधी पार्षद
बगावती पार्षदों ने अध्यक्ष को हटाने की पुन: भरी हूंकार, पार्षदों में कांग्रेस पार्षद संजय गुप्ता पप्पू भी रहे मौजूद  


शिवपुरी।
नगर पालिका परिषद की पीआईसी से कथित रूप से अपमानजनक तरीके से हटाए गए पार्षद गौरव सिंघल ने आज स्टार गोल्ड होटल में पत्रकारवार्ता बुलाकर अपने मन की पीड़ा जाहिर की। पत्रकार वार्ता में अध्यक्ष विरोधी भाजपा पार्षद और उनके परिजन भी मौजूद रहे। श्री सिंघल ने कहा कि कौन पीआईसी में रहे और कौन नहीं यह विशेषाधिकार नपा अध्यक्ष गायत्री शर्मा का है लेकिन किसी भी पीआईसी मेम्बर को यदि उन्हें हटाना है तो उसके सम्मान का ध्यान रखना चाहिए था, लेकिन मुझे पीआईसी से हटाने में मेरे सम्मान का कोई ध्यान नहीं रखा गया। न तो मुझ से पीआईसी से इस्तीफा देने का कहा गया और न ही हटाने से पूर्र्व मुझे सूचित किया गया। मुझे हटाने के लिए नियमों का भी पालन नहीं किया गया। श्री सिंघल ने साफ साफ कहा कि अब वह खुलकर अध्यक्ष विरोधी पार्षदों के साथ हैं और यदि नपाध्यक्ष ने इस्तीफा नहीं दिया तो बगीचा सरकार हनुमान मंदिर के समक्ष अध्यक्ष को हटाने की शपथ लेने वाले पार्षदों के साथ वह भी पार्षद पद से इस्तीफा दे देंगे। श्री सिंघल ने नपाध्यक्ष और उनके पति के खिलाफ आरोपों की झड़ी लगा दी और नपाध्यक्ष पर भ्रष्टाचार तथा अनियमित्ता के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पीआईसी में होने के बाद भी मैं नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा का यश मैन नहीं था और उनके गलत कामों का विरोध करता था। इसी बजह से मुझे पद से हटाया गया है।

पत्रकार वार्ता में गौरव सिंघल ने कहा कि पीआईसी में नियम विरूद्ध कार्य हो रहे थे और मैने उनका विरोध किया। उन्होंने बताया कि पीआईसी को 40 लाख रूपए तक के कार्यों को स्वीकृत करने का अधिकार हैं, लेकिन पीआईसी में वे सभी कार्य शामिल किए गए जो 39 लाख से अधिक लेकिन 40 लाख से कम थे। मुझ पर यह आरोप लगाया गया कि मैं नामांतरण में अडंगे लगाता हूं परन्तु यह आरोप गलत है। पीआईसी में एक ही वार्ड के 9 कार्य स्वीकृत कर दिए गए जबकि अधिकांश वार्डों में एक भी कार्य स्वीकृत नहीं हुआ। इसका भी मैने विरोध किया और उक्त वार्ड के पार्षद ने मुझे आधी रात को फोन लगाकर कहा कि तुमने मेरे स्वीकृत कार्यों का विरोध किया है। इसी कारण मुझे नियम विरूद्ध तरीके से पीआईसी से हटाया गया है। श्री सिंघल ने कहा कि अब वह अध्यक्ष को हटाने की मुहिम के साथ है और यदि समय रहते अध्यक्ष को नहीं हटाया गया तो अन्य पार्षदों की तरह वह भी अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। पत्रकार वार्ता में नपा उपाध्यक्ष सरोज व्यास के पति रामजी व्यास, पार्षद विजय बिंदास, पार्षद राजू गुर्जर, पार्षद ओमी जैन, पार्षद संजय गुप्ता पप्पू, ताराचंद राठौर, पार्षद पति सीटू सड़ैया, पार्षद पति बाईसराम धाकड़, पार्षद राजा यादव, पार्षद पति गोपी शर्मा, पार्षद पति अनिल बघेल, पार्षद पति रत्नेश जैन आदि पार्षद भी मौजूद थे।

मैं अभी भी पीआईसी मेम्बर हूं: पार्षद सिंघल

पार्षद गौरव सिंघल ने कहा कि मुझे हटाने के लिए नियमों का पालन नहीं किया गया। जब मुझे तीन साल पहले पीआईसी मेम्बर बनाया गया था तो मुझे सीएमओ ने नियुक्ति का पत्र जारी किया था। जबकि इस बार स्वयं नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा ने पत्र जारी कर आरोप लगाया कि मैं पीआर्ईसी की बैठक में नियमित रूप से उपस्थित नहीं होता तथा अनुशासनहीनता करता हूं इसलिए पद से हटाया जाता है जबकि गायत्री शर्मा को मुझे पद से हटाने के लिए सीएमओ को पत्र लिखना था और सीएमओ मुझे पद से हटाने का पत्र जारी करते। दूसरी बात यह है कि मुझे हटाने से पहले ही मट्टू खटीक को पीआईसी मेम्बर बना दिया गया। नियमानुसार उनकी नियुक्ति गलत है और मैं अभी भी पीआईसी मेम्बर हूं।

अध्यक्ष नहीं हटी तो कोई इस्तीफा दे या न दे लेकिन मैं अवश्य दूंगा: गुर्जर

पार्षद राजू गुर्जर ने पत्रकारों से चर्र्चा करते हुए कहा कि मैं एक फौजी का बेटा हूं और सीधी सच्ची राजनीति करता हूं। भगवान में मुझे विश्वास हैं। मैने करैरा में बगीचा बाले हनुमान मंदिर के समक्ष शपथ ली है कि अध्यक्ष को हटाने में हम सफल नहीं रहे तो हम इस्तीफा दे देंगे। इसलिए किसी की बात तो मैं नहीं करता लेकिन नपाध्यक्ष को हटाने की हमारी मुहिम सफल नहीं हो पाई तो कम से कम मैं अवश्य इस्तीफा दे दूंगा। कोई चाहे दे या न दे। उनके इतना कहते ही वहां मौजूद सभी बागी पार्षद और उनके परिजन चिल्लाए की हम भी इस्तीफा दे देंगे।

सिंधिया जी हमारे नेता है लेकिन अध्यक्ष को हटाना हमारा अंतिम लक्ष्य

पार्षद पति रत्नेश जैन डिम्पल ने पत्रकार वार्ता में साफ साफ कहा कि केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे सम्मानीय नेता है। लेकिन यदि वह भी अध्यक्ष को न हटाने के लिए हमसे कहते हैं तो उनकी बात भी हम नहीं मानेंगे। यदि हम श्री सिंधिया को अध्यक्ष को हटाने के लिए सहमत नहंी कर पाए तो अपने-अपने पद से इस्तीफा अवश्य दे देंगे। परन्तु हमें विश्वास है कि श्री सिंधिया हमारी बात अवश्य मानेंगे।

केन्द्रीय मंत्री सिंधिया का आदेश हमें स्वीकार्य होगा: रामजी व्यास

नपा उपाध्यक्ष के पति रामजी व्यास ने केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करते हुए कहा कि नपाध्यक्ष को हटाने के लिए वह उनके समक्ष 24 जून को अपनी बात रखेंगे और उन्हें बताऐंगे कि किस तरह से नपाध्यक्ष का बना रहना शहर के विकास के लिए घातक है। जब उनसे पूछा गया कि यदि सिंधिया जी उन्हें नपाध्यक्ष को बनाए रखने के लिए कहेंगे तो क्या वह मान जाऐंगे। इस पर हिचकिचाते हुए उन्होंने कहा कि श्री सिंधिया जी का आदेश हमें स्वीकार्य होगा।  

अध्यक्ष पति ने वायरल ऑडियो के संबंध में मांगी माफी

कल सोशल मीडिया पर पार्षद राजू गुर्जर और पार्षद पति संजय शर्मा का एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें संजय शर्मा यह कहते हुए नजर आए थे कि हनुमान जी तो क्या हनुमान जी के पिता जी की कसम खा लेना। उनका आशय यह था कि उन्हें कोई नहीं हटा सकता उक्त ऑडियो वायरल होने के बाद अध्यक्ष पति को सोशल मीडिया पर प्रताडऩा मिलना शुरू हो गई थी अभिभाषक संजीव बिलगैंया ने बयान जारी कर कहा था कि हमारे आराध्य देव हनुमान जी के बारे में इस तरह की बातें करने से हमारी धार्मिक भावनाऐं आहत हुई है। इसके लिए अध्यक्ष पति माफी मांगें। इसेक बाद संजय शर्मा पीछे हटे और उन्होंने सोशल मीडिया पर बयान जारी किया कि मेरी भगवान में आस्था हैं और उसी अनुरूप हम कर्म करते हैं। मेरा आशय यह था कि यदि हम सही काम करते हैं तो कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इसीलिए मैने ऑडियो में उक्त बात कहीं थी लेकिन इससे किसी की धार्मिक भावना को चोट लगी है तो मैं उसके लिए क्षमा मांगता हूं।  

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