तेज बारिश ने मचाई तबाही, 3 गांव जलमग्र, 10 लोग स्कूल में फंसे, रेस्क्यू कर निकाला गया

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कलेक्टर-एसपी मौके पर पहुंचे, ग्रामीणों को नुकसान का आकलन कराने एवं उचित मुआवजे का दिया आश्वासन


शिवपुरी।
कोलारस, पोहरी, बदरवास और शिवपुरी शहर सहित कई इलाकों में तेज बारिश ने भारी तबाही मचाई। रविवार से हो रही बारिश के चलते कोलारस अनुविभाग के लुकवासा, रिजौदा और देहरदा गणेश गांव पूरी तरह जलमग्न हो गए। सबसे गंभीर स्थिति देहरदा गणेश गांव के ज्ञानस्थली स्कूल में बनी, जहां बाढ़ जैसे हालात में स्कूल संचालक और शिक्षकों समेत 10 लोग फंस गए। सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया और एसडीईआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। जानकारी मिलते ही कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी एवं एसपी अमन सिंह राठौड़ भी मौके पर पहुंचे। जैसे ही वे गांव में पहुंचे, महिलाओं ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और बारिश से हुए नुकसान को दिखाने की जिद करने लगीं। ग्रामीणों ने बताया कि तेज बारिश से घरों में पानी भर गया है, अनाज और घरेलू सामान पूरी तरह खराब हो गया है, रास्तों पर कीचड़ जमा है और आवाजाही मुश्किल हो गई है। इस पर कलेक्टर ने गांव का निरीक्षण कर नुकसान का आकलन कराने और उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। रिजौदा गांव में बारिश का कहर सबसे ज्यादा देखने को मिला। यहां दर्जनों ग्रामीणों के घरों में पानी घुस गया। तेज बहाव में क्विंटलों गेहूं, मक्का, धनिया, सोयाबीन और डीएपी खाद बह गए या खराब हो गए। ग्रामीणों के मुताबिक, वर्षों बाद ऐसी तबाही देखने को मिली है। रविवार शाम से शुरू होकर सोमवार दोपहर तक जारी बारिश ने कोलारस और बदरवास क्षेत्र के कई गांवों में हालात बिगाड़ दिए। बदरवास के स्वास्थ्य केंद्र में जलभराव से मरीजों को परेशानी हुई। भड़ौता गांव के रेशम माता मंदिर में पानी भर गया। गोरा टीला में नल योजना का टैंकर बह गया। छापी गांव में सड़क बह गई और सेन समाज के एक ग्रामीण का कच्चा मकान ढह गया। रन्नौद के अकाझिरी गांव के स्वास्थ्य केंद्र में पानी भर गया। सोनपुरा गांव की पुलिया बहने से मुख्य मार्ग पूरी तरह कट गया। पूरणखेड़ी टोल प्लाजा पर पानी भरने से घंटों तक जाम लगा रहा।

शहर की थीम रोड सहित कॉलोनियों में भरा पानी, मकान पर गिरी बिजली

शहर के हालात भी अलग नहीं रहे। लगातार बारिश से मेडिकल कॉलेज के पास थीम रोड तालाब बन गई। मनियर, लाल माटी, गणेश कॉलोनी और नीलगर चौराहा जैसे इलाकों में जलभराव हो गया। वहीं, फतेहपुर क्षेत्र में महाकाल होटल के पास एक मकान पर आकाशीय बिजली गिरी। घटना के समय बंटी रावत और लल्लू रावत का परिवार घर में मौजूद था। बिजली गिरने से मकान की खिड़कियों में दरारें आ गईं और छत को मामूली नुकसान पहुंचा। पोहरी अनुविभाग के इंदुरखी गांव का संपर्क रैपी और कूनो नदी के उफान के कारण एक बार फिर जिले से कट गया है। ग्रामीणों का कहना है कि हर साल तीन महीने तक गांव का संपर्क टूट जाता है, लेकिन स्थायी समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।

नदी, नहर, बांध, तालाब, जलाशय, जल प्रपात व अन्य जल भराव वाले स्थलों हेतु प्रतिबंधात्मक आदेश जारी

जन-सामान्य की जान-माल की सुरक्षा एवं बचाव हेतु आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के प्रावधानों को दृष्टिगत रखते हुये कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट रवीन्द्र कुमार चौधरी द्वारा भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 में प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए संपूर्ण जिला शिवपुरी सीमाक्षेत्र अंतर्गत आने वाले समस्त नदी, नहर, बांध, तालाब, जलाशय, जल प्रपात व अन्य जल भराव वाले स्थलों हेतु प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है। शिवपुरी जिले की सीमाक्षेत्र अंतर्गत समस्त नदी, नहर, बांध, तालाब, जलाशय, जल प्रपात व अन्य जल भराव वाले स्थान तथा संबंधित क्षेत्रों के आस-पास के स्थलों पर जहां आमजन के आवागमन के कारण जान-माल को खतरा उत्पन्न होने की संभावना है, उक्त स्थलों पर जनसामान्य का आवागमन पूर्णत: प्रतिबंधित किया है। यह आदेश आपदा प्रबंधन कार्य में अनुलग्न अधिकारी अथवा कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा। यदि कोई व्यक्ति इस आदेश का उल्लंघन करता हुआ पाया जाता है तो उसके विरूद्ध भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 223 एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 से 60 के अंतर्गत तथा अन्य सुसंगत अधिनियमों के तहत दंडात्मक कार्यवाही की जायेगी।

इन स्थलों पर जन सामान्य का आवागमन रहेगा प्रतिबंधित

प्रतिबंधित स्थलों में सिंध नदी, गुन्जाई नदी, महुअर सिंध नदी, बिलरई नदी, वेतवा नदी, पार्वती नदी, कूनो नदी, रेपी नदी, अकाझिरी बांध, पारौंच बांध, बुधना बांध, महुअर बांध, मड़ीखेड़ा बांध, मोहनी पिकअप, नावली बांध, बूढ़दा (अपर ककेटो) बांध, समोहा बांध, हरर्सी बांध, केदारेश्वर जलप्रपात (पोहरी), सुल्तानगढ़ जलप्रपात, पवा जलप्रपात (पोहरी), टुण्डा भरखा (शिवपुरी), भूरा-खो जलप्रपात (शिवपुरी), टपकेश्वर जलप्रपात (पिछोर), मनियर फतेहपुर तालाब, चांदपाठा तालाब, भगौरा तालाब, बांसखेड़ी तालाब, रामनगर तालाब, सेंवड़ा तालाब, इमलिया तालाब, मूंजवार तालाब, सतेरिया तालाब, बूढ़ी बरोद तालाब, माधवराव सरोवर (मड़हर तालाब), कूड़ा तालाब, सिंहनिवास तालाब, बेहट तालाब, रायचंदखेड़ी तालाब, पिपलौदा तालाब, भैंसरावन तालाब, टोड़ा तालाब, बैराड़ तालाब, पिपरघार तालाब, डिगडौली तालाब, भटनावर तालाब, पाडऱखेड़ा तालाब, खोड़ क्रमांक 1, नागदा तालाब, सेमरी तालाब, फूटीवार तालाब, धंपोरा तालाब, झालोनी तालाब, मुहारी तालाब, हरथौन तालाब, आण्डेर तालाब, दिनारा तालाब, खिरिया पुनावली तालाब, नारही तालाब, राजगढ़ तालाब, सेमरा तालाब, बेरखेड़ा तालाब, रमगढ़ा तालाब, गधाई तालाब, भेव तालाब, अलगी तालाब, डुमघुना तालाब, चिन्नौद तालाब, डबिया गोविंद तालाब, मोहनगढ़ तालाब, पिसनहारी की टोरिया तालाब, कूड़ा पाडोन तालाब, पारागढ़ तालाब, छर्च तालाब, गुरिल्ला तालाब, सुनाज तालाब, पचीपुरा तालाब, रेशम माता रपटा (भडौता) शामिल है। 

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