-घायल मजदूरों ने खोली पोल
शिवपुरी। पोहरी रोड पर रेलवे लाइन के ऊपर बनाए जा रहे निर्माणाधीन ओवरब्रिज का हिस्सा कल रात अचानक भरभरा कर गिर गया। जिससे वहां काम कर रहे 6 मजदूर घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्र्ती कराया गया है। बताया जाता है कि घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग के चलते यह दुर्घटना घटित हुई है। लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग इसे रफा दफा करने में जुटा हुआ है। दुर्घटना के बाद विभाग ने प्रेस बयान जारी किया है कि 13 जून की शाम को अनुविभागीय अधिकारी द्वारा स्लेब में क्रेक्स पाए गए जिसके उपरांत ठेकेदार को लिखित में स्लेब तोडऩे का आदेश दिया गया और ठेकेदार ने उपयंत्री की उपस्थिति में 14 जनवरी की रात्रि 12 बजे स्लेब को डिस्मेंटल किया। लेकिन ओवरब्रिज ढहने से 6 मजदूर कैसे घायल हो गए यह पीडब्ल्यूडी ने स्पष्ट नहीं किया है। बल्कि उन्होंने यह भी कहा है कि कोई मजदूर घायल नहीं हुआ है। जबकि घायल मजदूरों के फोटो सामने आए हैं जो विभाग की गलत बयानी को बताने के लिए काफी हैं।
विदित हो कि केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा चुनाव से पहले जनसुविधा को देखते हुए पोहरी रोड़ पर रेलवे ओवरब्रिज बनाने के लिए फण्ड स्वीकृत कराया जिसके चलते पोहरी हाईवे स्थित न्यू बस स्टैंड रेलवे क्रॉसिंग पर 80 करोड़ की लागत से ओवरब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है। शनिवार रात करीब 12:10 बजे मजदूर ओवरब्रिज पर वाइब्रेटिंग और कॉन्क्रीट भरने का काम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक ब्रिज का निर्माणाधीन हिस्सा नीचे गिर गया। मजदूर भी नीचे आ गिरे। हादसे के दौरान कोई मजदूर पुल के निचले हिस्से में मौजूद नहीं था। साइट इंजीनियर प्रवीण पांडे ने तकनीकी गलती तो स्वीकार करते हुए बताया, कैपेसिटी से ज्यादा वाइब्रेटिंग कर दी गई थी, जिससे ब्रिज का हिस्सा असंतुलित होकर गिर गया। ओवरब्रिज का निर्माण 6 माह से चल रहा था। इसकी लंबाई 757 मीटर है। इसका 15 मीटर का हिस्सा ढह गया। कोतवाली टीआई कृपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया गया है। संबंधित निर्माण एजेंसी को सूचना दी गई है और हादसे की तकनीकी जांच कराई जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।