पॉश कॉलोनी संतुष्टि में कुप्रबंधन की खुली पोल, सीवर चेम्बर में गिरने से मासूम बालिका की मौत

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चार घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मृत बालिका का शव बरामद, आक्रोशित महिलाएं सड़कों पर उतर आईं, दीवान परिवार एवं विधायक के खिलाफ लगाए मुर्दाबाद के नारे  





शिवपुरी।
कोतवाली थाना क्षेत्र में शहर के रसूखदार दीवान परिवार की पॉश कही जाने वाली संतुष्टि कॉलोनी में कल रात हुए एक दर्दनाक हादसे में 14 वर्षीय मासूम बालिका उत्सविका की दर्दनाक मौत हो गई। मासूम बालिका जब बच्चों के साथ खेल रही थी उसी दौरान सीवर चेम्बर के टूटे हुए ढक्कन पर उसका पैर पड़ा जिससे ढक्कन टूट गया और बालिका 15 फिट गहरे लबालब भरे सीवर चेम्बर में गिर गई। हालांकि उसके साथ मौजूद एक 8 वर्षीय बालिका ने किसी तरह हाथ पकड़ कर उत्सविका को बचाने की कोशिश की लेकिन उसका हाथ छूट गया और उत्सविका सीवर चेम्बर में समा गई। चार घंटे से अधिक समय तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद उत्सविका को चेम्बर में से बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। उत्सविका को तुरंत इलाज के लिए मेडीकल कॉलेज ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कोतवाली प्रभारी कृपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि यह पूरी तरह से लापरवाही का मामला है। पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद प्रमोटर अर्जुन दीवान के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर लिया है। पूरे हादसे की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है।

इस हादसे के बाद इलाके में मातम का माहौल व्याप्त हो गया और मृत बालिका उत्सविका की माँ का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। घटना के बाद पुलिस ने संतुष्टि कॉलोनी के मालिक अर्जुन दीवान और एक अन्य व्यक्ति नीरज जैन पर लापरवाही का मामला दर्ज किया है। सीवर चेम्बर में गिरने के कारण मासूम बालिका उत्सविका की मौत के बाद संतुष्टि कॉलोनी की महिलाएं आक्रोशित होकर सड़क पर उतर आई और महिलाओं ने दीवान परिवार मुर्दाबाद के नारे जमकर लगाए। महिलाओं ने दीवान परिवार की मानवीयता पर भी सवाल खड़े किए और चिल्ला-चिल्ला कर कहा कि बच्ची की मौत के बाद भी दीवान परिवार का कोई भी व्यक्ति संवेदना व्यक्त करने के लिए यहां नहीं आया था। जबकि जिस बच्ची को परिवार ने खोया है वह परिवार उन्हीं की कॉलोनी में निवास करता है और दिवंगत बालिका भी दीवान परिवार के स्कूल हैप्पीडेज में अध्ययन करती थी। महिलाओं का आरोप है कि हमारी बच्ची का कत्ल किया गया है। जबकि पुलिस ने मामूली धाराओं में मामला कायम किया है। इसके बाद महिलाओं ने एबी रोड पर जाम लगा दिया। मौके पर कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पहुंच गए थे। बताया जाता है कि सीवर चेम्बर के आस पास घास लगा दी गई थी और सीवर चेम्बर में लोहे का जर्जर ढक्कन लगा हुआ था। सीवर चेम्बर 12 से 15 फिट गहरा था। बताया जाता है कि पार्क में बच्चे खेल रहे थे और उन्हें पता नहीं था कि वह मौत के नजदीक जा रहे हैं। बताया जाता है कि उत्सविका जैसे ही उस चेम्बर के पास पहुंची वैसे ही जर्जर ढक्कन टूट गया और वह चेम्बर में समाने लगी। उसे गिरते देखकर उसकी सहेली ने हाथ पकड़कर उसे चेम्बर से खींचने की कोशिश की। लेकिन सीवर के भीतर जमा गंदगी और दलदल में धंसती उत्सविका का हाथ कुछ ही पलों में छूट गया और वह पूरी तरह चेंबर में समा गई। हादसे के फौरन बाद भव्या ने चीखते हुए परिजन को बुलाया। परिजन दौड़कर मौके पर पहुंचे और चीख-पुकार मच गई। मौके पर भारी भीड़ जुट गई। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस, नगर पालिका की टीम और सीवर सफाई कर्मचारी मौके पर पहुंचे। तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।

उत्सविका की मां टैंक के पास ही बेसुध बैठी रही

रेस्क्यू ऑपरेशन में नगर पालिका टीम और एसडीईआरएफ टीम की दो मशीनों के अलावा आसपास की दो और नगर परिषदों से मशीनें मंगवाई गईं। चेंबर की गहराई करीब 15 फीट है, जिसमें गंदा पानी, कीचड़ और कचरे की मोटी परत जमी थी। मलबा हटाने के बाद देर रात 12:40 बजे उत्सविका का शव बरामद किया गया। इस दौरान मां पास ही बेसुध बैठी रही। उन्हें आस थी कि उनकी बेटी जीवित होगी, लेकिन, रात 12:40 बजे शव मिलने के बाद सारी उम्मीदें टूट गईं। प्रशासन ने पहले से बच्ची को मेडिकल कॉलेज तक तत्काल पहुंचाने की तैयारी कर रखी थी। एम्बुलेंस और पुलिस की गाड़ी स्टार्ट करके रखी गई थी। बच्ची को निकालते ही उसे फौरन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

संतुष्टि अपार्टमेंट सोसाइटी कमेटी की लापरवाही पर उठे सवाल

परिजन और स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हादसा संतुष्टि अपार्टमेंट सोसाइटी कमेटी की लापरवाही का नतीजा है। रहवासियों ने बताया कि सीवर चेंबर की हालत खराब थी। कई बार शिकायत की, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। घटना के बाद लोगों में गुस्सा हैं। लोग अपार्टमेंट की सुरक्षा व्यवस्था और खराब मेंटेनेंस को लेकर नाराज हैं। सभी लोग कार्रवाई की मांग को लेकर कोतवाली भी पहुंचे। रहवासी प्रमोटर अर्जुन दीवान की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि चेंबरों को सही करवाने के लिए दो माह से मैनेजमेंट के वॉट्सएप ग्रुप में मैसेज डाले जा रहे थे।

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