पीएम जनमन योजना के तहत शिवपुरी जिले में बनेंगे यह आंगनवाड़ी केन्द्र
शिवपुरी। प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जनमन योजना) अंतर्गत शिवपुरी जिले की विशेष रूप से कमजोर जनजातियों (पीवीटीजीएस) की बसाहटों में 64 नवीन आंगनवाड़ी केंद्रों के संचालन एवं भवन निर्माण की स्वीकृति मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रदान की गई है। कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी द्वारा इन केंद्रों के संचालन हेतु प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर महिला एवं बाल विकास विभाग को आज मंगलवार से कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए हैं।
पीएम जनमन योजना के अंतर्गत यह स्वीकृति विशेष रूप से उन क्षेत्रों के लिए प्रदान की गई है जहां विशेष जनजातीय समूह निवासरत हैं, जिससे बच्चों को पोषण, पूर्व-प्राथमिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाएं स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराई जा सकें। जनवरी 2024 में जिले में 34 नवीन आंगनवाड़ी केंद्रों का शुभारंभ किया जा चुका है। अब नवीन 64 केंद्रों की स्वीकृति के साथ जिले में पीएम जनमन योजना के अंतर्गत स्वीकृत आंगनवाड़ी केंद्रों की कुल संख्या 98 हो गई है।
परियोजनावार स्वीकृत नवीन आंगनवाड़ी केंद्र
करैरा परियोजना अंतर्गत खदई, गतवाया, सलैया सड़क 2, नरवर परियोजना अंतर्गत, रामगढ़ा आदिवासी बस्ती, वार्ड 01 नरवर, शिवपुरी ग्रामीण परियोजना अंतर्गत आदिवासी टपरा, बुधवारी, मामोनी कॉलोनी, फरम का पुरा, करमई, देवपुर, पोहरी परियोजना अंतर्गत दरगवां, हुसैनपुर, दौरानी, माधोपुर वार्ड 13, भोजपुर टपरा, डोभा, सड, मचाखुर्द, अहेरा, बूडदा जनमन कॉलोनी, गणेशखेड़ा, मेहरा, अमरकुई, ओखईपठा, बदरवास परियोजना अंतर्गत रन्नौद टोकनी, टामकी (पाथर), मुबारिकपुर, अम्हसास (मोहराई), शिवपुरी शहरी परियोजना अंतर्गत मनियर सहराना, मदकपुरा सेहराना, सर्किल जेल बडोदी, गौशाला टपरिया, पठारा लुधावली, करोंदी सहराना, खनियाधाना परियोजना अंतर्गत खिरकिट, रूपनवारो (खरगपुर), भरसूला (टोरिया), धरमपुरा, हुरी टपरियन, कंजवाहा (पत्थर), खैरोदा, पुरा (बरहब मंजरा), सिलारपुर (सिद्धपुरा), गुडर, नगरेला, मुहारी, बामौरकलां (बरईपुरा), पिछोर परियोजना अंतर्गत चौकीपुरा कछौआ, भडउपुरा पुनावली, डांडा तिजारपुर, बपावली (मुहार), मउकुडच्छा केन्द्र 2 एवं कोलारस परियोजना अंतर्गत धुआ सहराना, किशनपुर सहराना, गुड़ा सहराना, लिलवारा, दीगोध कंचनपुर, रेझा झब्बलपुर, टोरिया (रामपुरी चक्क), खेरोनाडांग (भरतपुर सहराना), बिजरावन (टेकीपुरा), रिझारी, चुरकमरौआ (कांसखेत) शामिल है।