मेडिकल कॉलेज में विद्यार्थियों की रचनात्मक प्रस्तुतियों ने समां बांधा, देहदान के महत्व पर दिया प्रभावशाली संदेश
शिवपुरी। श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय, शिवपुरी के शरीर रचना विभाग द्वारा शुक्रवार को देहदान जागरूकता अभियान के अंतर्गत एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन अधिष्ठाता डॉ. डी. परमहंस के मार्गदर्शन और एनाटॉमी विभागाध्यक्ष डॉ. ईला गुजारिया के नेतृत्व में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में एमबीबीएस सत्र 2024-25 के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए डिबेट, स्टोरी टेलिंग एवं पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई। छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए न केवल देहदान के वैज्ञानिक पहलुओं को प्रस्तुत किया, बल्कि समाज में व्याप्त भ्रांतियों को भी रचनात्मक ढंग से उजागर किया। डॉ. ईला गुजारिया ने इस अवसर पर कहा कि, "मानव शरीर की संरचना को समझने के लिए कैडेवर (शव) ही चिकित्सा छात्रों का पहला शिक्षक होता है। देहदान न केवल चिकित्सा शिक्षा की रीढ़ है, बल्कि यह एक महान सामाजिक योगदान भी है। हम सभी को इस दिशा में जनजागरूकता फैलानी चाहिए। इस अवसर पर डॉक्टर सौरभ चौहान, डॉक्टर गौरव जैन सहित कॉलेज के अन्य वरिष्ठ चिकित्सकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की। सभी ने विद्यार्थियों के कार्यों की सराहना की और देहदान जैसे गंभीर विषय को समाज के सामने प्रस्तुत करने के लिए उनकी प्रशंसा की।
विद्यार्थियों की रचनात्मकता और संदेश ने प्रभावित किया
कार्यक्रम में छात्रों द्वारा बनाए गए पोस्टरों ने सभी का ध्यान खींचा। इन पोस्टरों के माध्यम से छात्रों ने समाज को देहदान की आवश्यकता, प्रक्रिया, और उससे जुड़ी भ्रांतियों पर जागरूक किया। विभागाध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार और डॉ. अजितेश यादव ने भी कार्यक्रम में सक्रिय भूमिका निभाई और विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया।
प्रतियोगिता में इन प्रतिभागियों ने मारी बाज़ी
पोस्टर प्रतियोगिता के पोस्टरों का निरीक्षण कम्यूनिटी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश अहिरवार और पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अपराजिता तोमर द्वारा किया गया। प्रथम पुरस्कार नितिन बरैया और यशिका गुप्ता, द्वितीय पुरस्कार नुपुर सिंघल, हरीश कुमार, शर्मिष्ठा विजयवर्गीय, नितिन शर्मा, संजना धाकड़, युक्ति खंडेलवाल एवं तृतीय पुरस्कार: निकिता यादव और निदान अग्रवाल को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।