उचित खानपान, देखरेख और इलाज से सुपोषित हुई मचाखुर्द निवासी 18 माह की बच्ची
पोहरी। पोहरी क्षेत्र के ग्राम मचाखुर्द निवासी राजेश आदिवासी व कुसुम आदिवासी की बेटी अंजली ने अति गंभीर कुपोषण से महिला बाल विकास विभाग के विशेष प्रयास, इलाज, देखरेख और खानपान के चलते सामान्य श्रेणी के पोषण स्तर को प्राप्त किया। जून में अंजली अति गंभीर कुपोषण का शिकार हो गयी, जिसके बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भारती परिहार, पर्यवेक्षक रमा मिश्रा, परियोजना अधिकारी नीरज सिंह गुर्जर ने सतत निगरानी करते हुए बार-बार बालिका के घर भ्रमण किया और एनआरसी भर्ती हेतु अभिभावक को समझाया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेन्द्र सुंदरियाल के संज्ञान में मामले को लाया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री सुंदरियाल ने अंजली के माता-पिता से मिलकर बच्ची को एनआरसी भर्ती हेतु प्रेरित किया तो सितंबर माह में अंजली को एनआरसी पोहरी में भर्ती किया एवं वहाँ से घर आने के बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भारती परिहार ने अंजली के गृह भ्रमण, अतिरिक्त पोषण आहार एवं खानपान की सलाह देकर पोषण स्तर में सुधार के विशेष प्रयास किये। अभिभावकों को प्रेरित करने हेतु परियोजना अधिकारी नीरज सिंह गुर्जर ने स्वयं जाकर अंजली के घर मुनगा के बीज रोपित किये एवं बच्चों के पोषण स्तर में सुधार हेतु समझाइश दी जिसके बाद राजेश और कुसुम ने महिला बाल विकास की तत्परता को समझते हुए बात मानीं और जिसका परिणाम हुआ कि अंजली का वजन 6 माह में 2 किलो तक बढ़ गया और वह कुपोषण से जंग जीत कर सुपोषित हो चुकी है।


