पुलिस ने प्रिंटर सहित मुख्य आरोपी को शाढौरा से किया गिरफ्तार
शिवपुरी। कोलारस पुलिस ने नकली नोट छापकर बाजार में चलाने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। जिनमें से अशोकनगर जिले के शाढौरा निवासी एक युवक ने यू-ट्यूव पर नोट छापने की टेक्निक देखी और उसने नोट छापना शुरू कर दिया और नोटों को चलाने के लिए उसने अशोकनगर निवासी अपने दो मित्रों को दिए, जो कोलारस में एक ढ़ाबे पर नोट चलाते समय पकड़े गए और उनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी को उसके घर शाढौरा से गिरफ्तार कर लिया। वहीं वह प्रिंटर भी जप्त कर लिए, जिससे नकली नोट छापे जाते थे। पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपियों से 200 के 20 नोट भी जप्त किए हैं। वहीं आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 489 क, ख, ग, घ के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।
जानकारी के अनुसार दोपहर के समय दो युवक केपीएस स्कूल के पास हाईवे पर स्थित नीलेश खटीक के होटल पर पहुंचे। जिन्होंने 200 का नोट देकर होटल संचालक से 20 रूपए वाली राजश्री मांगी। जिस पर नीलेश ने 200 रूपए लेकर उन्हें राजश्री दे दी और 180 रूपए आरोपियों को लौटा दिए । इसके बाद उसने नोट को देखा तो उसे संदेह हुआ। उसने वहां बैठे एक मित्र को भी वह नोट दिखाया। वह भी नोट देखकर संदेह करने लगा। इसके बाद नीलेश ने उक्त दोनों आरोपियों को पकड़कर होटल पर बैठा लिया और पुलिस को घटना की जानकारी दे दी। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों से पूछताछ की तो दोनों आरोपियों ने उसे बताया कि यह नोट उसे उसके मित्र ने चलाने के लिए दिए हैं। उसी ने उन्हें एक मोटरसायकल उपलब्ध कराई थी। जिसकी सहायता से वह नोट चलाने कोलारस आए थे। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उसका मित्र कम्प्यूटर में एक्सपर्ट है और वह हमेशा यू-ट्यूब पर वीडियो देखता है और यू-ट्यूब पर ही उसने नकली नोट बनाने की तकनीक सीखी और इसके बाद उन तीनों ने मिलकर 10 हजार रूपए में एक कलर प्रिंटर खरीदा और उसमें काला, पीला और लाल कलर भरकर एक 200 रूपए का नोट स्कैन किया, जो पहली बार मेें ही हुवाहू उस नोट की तरह प्रिंट हुआ। इसके बाद उन्होंने 20 नोट छापे। जिन्हें चलाने के लिए वह कोलारस आए पहुंचे। पकड़े गए आरोपियों का कहना है कि उससे पहले उन्होंने इस तरह का कोई काम नहीं किया। यह पहली बार ही है, जब उन्होंने नोट छापे।

