बरखाड़ी एवं गोपलिया ग्राम में की कार्रवाई, कब्जा रोकने के लिए जेसीबी से खोदे गए गड्ढे, उक्त भूमि होगा वृक्षारोपण
शिवपुरी। वनमंडलाधिकारी सुधांशु यादव एवं उपवनमंडलाधिकारी ए. प्रभंजन रेड्डी के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्राधिकारी माधव सिंह सिकरवार ने सतनवाड़ा वन परिक्षेत्र की कमान संभालने के बाद से ही लगातार वन परिक्षेत्र में चल रही अवैध गतिविधियों एवं अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाईयां की जा रही है। इसी क्रम में गुरूवार को अतिक्रमणकारियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम बरखाड़ी एवं गोपलिया में लगभग 650 बीघा वन भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया है। उक्त कार्रवाई में 5 जेसीबी एवं 4 ट्रेक्टर ट्राली की मदद से 25 लोगों के कब्जे हटाकर गड्ढे खोदे गए जिससे आगे अतिक्रमण नहीं हो सके और उक्त भूमि पर वृक्षारोपण किया जाएगा।
वन परिक्षेत्राधिकारी श्री सिकरवार ने उक्त कार्रवाई गुरुवार शाम 4 बजे से तीन अलग-अलग स्थानों पर एक साथ अभियान चलाकर शुरू की। जहां शेरगढ़ बीट के कक्ष क्रमांक पीएफ 919 बरखाड़ी में बाबू गुर्जर, शब्बीर खान सहित 25 लोगों के 101 हैक्टयर लगभग 505 बीघा वन भूमि के अवैध कब्जे को वन अमले, स्थानीय पुलिस एवं ग्राम वन समिति के सदस्यों, सुरक्षा श्रमिकों द्वारा संयुक्त दल बनाकर मौके पर पहुंचकर अतिक्रमणकारियों को बेदखल कर वन भूमि को वन विभाग के आधिपत्य में लिया गया। यहां वन भूमि पर बागड़, पत्थर की दीवारें और जेसीबी से खोदकर गड्ढे बनाए गए जिससे पुन: कब्जा ना हो सके। इसी गांव में बीट शेरगढ़ के कक्ष पी.एफ. 919 में एक अन्य जगह पर अजमल उर्फ अल्लू खान द्वारा ग्राम बरखाड़ी में ही लगभग 7 हैक्टर 28 बीघा वन भूमि पर अवैध रूप से बागड़ लगाकर खेती की जा रही थी, उक्त वन भूमि पर तत्समय वन अमले द्वारा अतिक्रमणरोधी कंटूर ट्रंच खुदवाई जाकर बीज बुवाई कार्य किया गया एवं अतिक्रमित वन भूमि को वन विभाग ने अपने अधिपत्य में लिया गया। बीट शेरगढ़ में ही गोपलिया गांव के समीप कक्ष क्र. पी.एफ. 921 एवं कक्ष क्र. 501 में श्रीलाल मोगिया एवं अन्य व्यक्तियों द्वारा लगभग 41.00 हैक्टर वन भूमि पर लगी हुई बागड, चैनलिंक फेसिंग को हटाकर अतिक्रमणकारियों को वन भूमि से बेदखल किया गया एवं वन भूमि को वन विभाग के आधिपत्य में लिया गया। इस प्रकार कुल लगभग 149.00 हैक्टर 659 बीघा वन भूमि को पांच जे.सी.व्ही मशीनों एवं चार ट्रेक्टर ट्रॉली के माध्यम से अतिक्रमणरोधी कटूर ट्रंच खोदी जाकर बेदखली की कार्यवाही की गई। रिक्त कराई गई भूमि पर वृक्षारोण एवं अन्य वानिकी कार्यों की रूप रेखा तैयार की जा रही है।