शिक्षकों की समस्याओं का समाधान टला, संघ का प्रतिनिधिमंडल जिला शिक्षा अधिकारी से मिला, 15 दिन में हल नहीं तो होगा आंदोलन
शिवपुरी। जिले के शिक्षा विभाग में कलेक्टर के आदेशों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है। शिक्षकों को पहली तारीख को वेतन नहीं मिल पा रहा है और खनियाधाना ब्लॉक में दो-दो बीईओ पदस्थ होने के बावजूद वार्षिक वेतन वृद्धि तक लागू नहीं हो सकी। इस लापरवाही से नाराज मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ ने चेतावनी दी है कि अगर 15 दिन में समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने धरना दिया जाएगा।
राज्य कर्मचारी संघ के जिला संयोजक राजेंद्र पिपलोदा एवं सह-संयोजक राजकुमार सरैया ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया कि 4 जुलाई 2025 को जिला परामर्श समिति की बैठक में संघ ने शिक्षकों और कर्मचारियों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया था। जिस पर कलेक्टर रविंद्र चौधरी ने जिला शिक्षा अधिकारी विवेक श्रीवास्तव को तत्काल समाधान करने के निर्देश दिए थे। बावजूद इसके, 21 अगस्त तक किसी भी समस्या का निराकरण नहीं हो सका। शिक्षकों की प्रमुख मांगों में गुरुजियों की 2008 से लंबित क्रमोन्नति, 4 प्रतिशत एरियर, 30 वर्षीय क्रमोन्नति और एरियर, परीक्षा अनुमति सहित अन्य लंबित प्रकरण शामिल हैं। संघ के पदाधिकारियों अरविंद सरैया, बृजेंद्र भार्गव कुल्लू एवं राजीव पुरोहित ने बताया कि खनियाधाना ब्लॉक में संकुल प्राचार्य की मनमानी के चलते जुलाई माह में लगने वाली वार्षिक वेतन वृद्धि अगस्त तक भी लागू नहीं हो सकी। इसके अलावा, जिले में कई ब्लॉकों में शिक्षकों को 10 तारीख से पहले वेतन न मिलना आम बात बन चुका है। संघ ने आरोप लगाया कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में वर्षों से एक ही सीट पर जमे कर्मचारी मनमानी कर रहे हैं, जिनके फेरबदल की मांग भी अनसुनी कर दी गई है। 20 अगस्त को संघ का प्रतिनिधिमंडल जिला शिक्षा अधिकारी से मिला और 15 दिनों में समस्या समाधान की चेतावनी दी। संघ ने साफ कहा है कि अगर तय समय सीमा में कार्रवाई नहीं हुई तो जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन होगा और इसकी जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी की होगी। इस मौके पर जिला संयोजक राजेंद्र पिपलोदा, सह संयोजक अरविंद सरैया, भारतीय मजदूर संघ के फतेह सिंह गुर्जर, राजीव पुरोहित सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।