शिवपुरी। फिजिकल थाना क्षेत्र के खिन्नी नाका नशा मुक्ति केंद्र में रविवार देर रात हुई एक मौत ने पूरे जिले में सनसनी फैला दी है। मृतक की पहचान मामोनी गांव निवासी दिनेश लोधी के रूप में हुई है, जो पुलिस हिरासत से सीधा नशा मुक्ति केंद्र पहुंचा था।
कोतवाली पुलिस ने रविवार शाम करीब 6 बजे दिनेश, अजय और केपी लोधी को बाइक चोरी के मामले में पकड़ा। बीते महीनों में शिवपुरी से 12 से ज्यादा बाइक चोरी की जा चुकी थीं और पुलिस को इस गिरोह से अहम सुराग मिलने की उम्मीद थी। लेकिन चोरी का राज खुलने से पहले ही मौत ने दस्तक दे दी। दिनेश और अजय नशे के आदी पाए गए, इसलिए पुलिस ने उन्हें नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करा दिया। रात करीब ढाई बजे अचानक दिनेश की तबीयत बिगड़ी, उल्टियां हुईं और उसने दम तोड़ दिया। अब सवाल यह है कि क्या मौत नशे की लत से हुई?या फिर नशा मुक्ति केंद्र की लापरवाही इसका कारण बनी? कहीं यह मौत पूछताछ के दबाव और बाइक चोरी गैंग के राज छुपाने की कड़ी तो नहीं? इस सम्बन्ध में कोतवाली प्रभारी कृपाल सिंह राठौड़ का कहना है कि मृतक नशे का आदी था, इसलिए उसे केंद्र भेजा गया। वहीं कलेक्टर ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी किए हैं और मृतक का पैनल पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
युवक की संदिग्ध मौत पर लोधी समाज ने पोहरी चौराहे पर किया चक्काजाम, न्याय की मांग
नशा मुक्ति केंद्र में युवक दिनेश लोधी की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। आक्रोशित लोधी समाज के लोगों ने पोहरी चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में समाजजन इकट्ठा हुए और मृतक को न्याय दिलाने की मांग करते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। लोधी समाजजनों का कहना है कि युवक की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है, जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। जब तक दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। चक्काजाम के चलते यातायात बुरी तरह प्रभावित रहा और लंबा जाम लग गया। मौके पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और समाजजनों को समझाइश देकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया।