शिवपुरी। जनसेवा और पीडि़त मानवता की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता। बिना किसी भेदभाव के किसी जरूरतमंद की सेवा करने से जो आत्मसंतुष्टि की अनुभूति होती है उसका मूल्य दुनिया की बड़ी से बड़ी दौलत से अधिक होता है और कोलारस के नवयुवकों ने अपने उदाहरण से सिद्ध किया कि पीडि़त मानवता की सेवा में वह किसी से पीछे नहीं है। कुपोषित बच्चें को ब्लड देने के लिए कोलारस में युवाओं की भीड़ उमड़ पड़ी और देखते ही देखते सवा सौ युवकों ने उत्साहपूर्वक रक्तदान किया। रक्तदान के पश्चात उनके चेहरे पर जो चमक दिखाई दी वह किसी भी सौंदर्यप्रसाधन से संभव नहीं थी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में समाजसेवी जयपाल जाट की अग्रणी और महत्वपूर्ण भूमिका रही।
दरअसल बात ये है कि विगत दिवस एक मैसेज वायरल हुआ था कि दस्तक अभियान में चिन्हित कुपोषित बच्चों को आवश्यक ब्लड की कमी है। मेसेज को पढ़ते ही युवाओं के मन की समाजसेवी भावना जागृत हुई। ब्लड यूनिट कोलारस में स्वेच्छा से रक्तदान करने वाले युवाओं की भीड़ उमडऩे लगी। रक्तदान की खबर सुनकर उमड़े युवाओं के सैलाब में 95 प्रतिशत ऐसे लोग थे जिन्होंने पहले कभी भी रक्तदान नही किया था। लेकिन कुपोषित बच्चों के लिए रक्त की कमी की बात सुनी तो युवाओं से रहा नही गया और तय समय से एक घण्टे पहले ही अस्पताल जाकर बैठ गए। भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिलाध्यक्ष धनपाल यादव, एवं एनएसयूआई केप्रदेश सचिव गोलू गौड़ ने भी सोसल मीडिया पर मैसेज देखकर कोलारस अस्पताल में आकर रक्तदान किया।
एक सैकड़ा से ऊपर लोगों ने किया रक्तदान
रक्तदान को उत्सव मानकर आज कोलारस में रिकॉर्ड यूनिट रक्तदान किया जिसमें कोलारस नगर के लगभग एक सैकड़ा युवाओं सहित अस्पताल के स्टाफ ने रक्तदान किया। आलम ये रहा कि 8 बजे तक शहर की युवा रक्तदान करने के लिए अपनी बारी का इंतेजर करते रहे।
28 टोल कर्मियों ने भी किया रक्तदान
कोलारस के युवाओं के साथ साथ पुरणखेड़ी टोल के टोल मैनेजर महेंद्र तोमर के नेतृत्व में भी 28 टोल कर्मियों ने भी रक्तदान किया। रक्तदान के अवशर पर टोल मैनेजर तोमर ने कहा कि रक्तदान से किसी मासूम की जिंदगी बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि हम आगे भी हमेशा ऐसे कार्यक्रमों के लिए तैयार हैं।
कोलारस के युवाओं का बहुत आभार
जिले यूनिट में रक्त की कमी के चलते हमने मीडिया के साथियों के माध्यम से लोगों से अपील की थी और मुझे बहुत खुशी है कि कोलारस के लोगों ने इतना बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है। इसके लिए हम बहुत आभारी हैं।


