सिंधिया बताएं शोक जताने आ रहे हैं या जख्मों पर नमक छिड़कने

MP DARPAN
0

भाजपा सांसद यादव का सिंधिया पर बड़ा हमला

शिवपुरी। गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र के भाजपा सांसद डॉ. केपी यादव ने कल जनआक्रोश रैली में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर बिना उनका नाम लिए जमकर हमला बोला है। उन्होंने सिंधिया पर कई सारे आरोप लगाए। सांसद यादव ने पूर्व सांसद सिंधिया से पूछा है कि वह बताएं कि आगामी 17 जनवरी को उनके घर वह शोक जताने आ रहे हैं या उनके जख्मों पर नमक छिड़कने आ रहे हैं। विदित हो कि सिंधिया के दौरा कार्यक्रम में 17 जनवरी को वह सांसद यादव के निवास स्थान पर उनके पिता के निधन पर शोक व्यक्त करने आने वाले हैं। इस कार्यक्रम के आने के बाद, इस मुद्दे को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं शुरू हो गई थीं।
केपी यादव ने मंच से पूर्व सांसद सिंधिया के अपने घर आने के आयोजन को लेकर कई तंस कसे एवं अपने घर आने के सिंधिया के फैसले पर सवाल उठाए। आमतौर पर सामान्य राजनैतिक शिष्टाचार में राजनेाताओं के द्वारा दूसरे राजनेताओं के कार्य उनके परिजनों की मृत्यु पर शोक संवेदना जताने का एक रिवाज है। पूर्व सांसद सिंधिया भी इसी तरह लोगों के जहां जाते रहे हैं। लेकिन पहली बार उन्हें तीखे सवालों का सामना करना पड़ा है।
जब उनके पिता बीमार थे तो उनके खिलाफ देते थे बयान
बीजेपी सांसद ने मंच से सिंधिया से पूछा कि उनके पिता की मृत्यु को 4 माह हो चुके हैं और चार माह बाद उनके पिता की मृत्यु पर शोक जताने का यह कौन सा तरीका है। श्री यादव ने कहा कि उनके पिता कई महीनों तक दिल्ली के अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करते रहे और सिंधिया दिल्ली में रहते हुए भी कभी उनसे मिलने नहीं गए। श्री यादव ने आरोप लगाया कि मेरे पिता जब बीमार थे, तो पूर्व सांसद सिंधिया क्षेत्र में सभा कर उनके खिलाफ बयान देते रहे। केपी यादव ने कहा कि उनके पिता और पूरा परिवार कई वर्षो से सिंधिया परिवार की सेवा करते आ रहे हैं, उन संबंधों के बदले सिंधिया के इशारे पर उन पर एवं उनके बेटे पर एफआईआर दर्ज करवा दी गई। अब सिंधिया बताएं कि चार महीने पहले हुई पिता की मृत्यु पर शोक जताने आ रहे हैं या प्रकरण दर्ज होने के बाद उनके जख्मों पर नमक छिड़कने आ रहे हैं।
जाति प्रमाण पत्र के मुद्दे पर पहली बार बोले
सांसद डॉ. केपी यादव एवं उनके बेटे सार्थक यादव का जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर उन सहित पुत्र पर एफआईआर दर्ज की गई थी। मामला दर्ज होने के बाद सांसद यादव इस मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से कुछ भी नहीं कह रहे थे। आज जनाक्रोश रैली में उन्होंने कहा कि उनकी जाति प्रमाण पत्र निरस्त करने का एसडीएम को कोई अधिकार नहीं है। अधिकारियों ने दबाव में यह सब किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके और उनके बेटे पर एफआईआर राजनैतिक विद्वेष के तहत की गई है। सांसद ने मुंगावली विधायक ब्रजेंद्र सिंह यादव पर आरोप लगाया कि उनके बेटों को भी इसी तरह से क्रीमिलियर का लाभ मिला है। मगर उन्होंने कभी राजनैतिक विद्वेष के तहत इस तरह की बात नहीं की। सांसद यादव ने सिंधिया पर आरोप लगाया कि उनको अपनी हार अभी भी पच नहीं रही है और इसी तरह से उनकों एवं उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)
To Top