टीआई को क्षेत्रीय विधायक ने करवाया लाइन अटैच
शिवपुरी। मायापुर थाना प्रभारी ओपी आर्य को शिवपुरी पुलिस अधीक्षक ने लाइन अटैच कर दिया है और मायापुर थाना में नई थाना प्रभारी के रूप में नीतू सिंह अहिरवार की पदस्थापना कर दी गई है। 20 फरवरी को सीएम हेल्पलाइन की जांच करने गई पुलिस टीम पर शिकायतकर्ताओ ने जानलेवा हमला कर दिया था घटना में आरक्षक की पीठ में कुल्हाड़ी लगी थी और एक एएसआई व गाड़ी चालक घायल हो गए थे बताया जा रहा है कि पुलिस टीम बनियानी गांव में सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायत की जांच करने पहुंची थी। इसी दौरान शिकायतकर्ता और उसके परिवार के लोगों सहित कुछ अन्न लोगों ने पुलिस टीम पर लाठी कुल्हाड़ी और डंडों से हमला कर दिया था। इस घटना में आरक्षक, सहायक उप निरीक्षक व पुलिस वाहन का चालक घायल हो गया था।
फरियादी चंद्रभान सिंह अहिरवार आरक्षक, सहायक उप निरीक्षक प्रताप सिंह गुर्जर व क्षेत्रपाल सिंह यादव ने बताया कि 20 फरवरी को शासकीय कार्य के लिए ग्राम बनियानी गए थे जब वह राजेंद्र लोधी के घर के पास पहुंचे और राजेंद्र से कहा कि तुमने जिस संबंध में शिकायत की है उसकी जांच करना है तो इसी बात पर से राजेंद्र लोधी गाली गलौज करने लगा और घर के अंदर जाकर कुल्हाड़ी लेकर वह अपने भाई आनंद लोधी, सुचिंद्र लोधी, राजेंद्र की पत्नी जयंती लोधी, अवस्था बाई लोधी एवं तीन चार अन्य व्यक्ति अपने हाथों में लाठियां लेकर आए और हम पर एक राय होकर हमला कर दिया। हमला होते देख पुलिस ने अपने आप को बचाने का प्रयास किया लेकिन इस हमले में आरक्षक चंद्रभान सिंह के पीठ में कुल्हाड़ी लग गई वही बचाने आए प्रताप सिंह गुर्जर, क्षेत्रपाल सिंह यादव भी हमले में घायल हो गए थे इसी के साथ ही पुलिस वाहन की भी तोड़फोड़ कर दी थी इस घटना में घायलों के बयान के आधार पर आरोपियों पर 307 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया था और आरोपियों की गिरफ्तारी कर न्यायालय में पेश किया गया था जहां से आरोपियों को जेल भेज दिया था इस पूरे घटना क्रम में नया मोड़ आ गया जहां स्थानीय नेताओं के कहने पर क्षेत्रीय विधायक ने पुलिस अधीक्षक शिवपुरी से कहकर मायापुर थाना प्रभारी ओपी आर्य को पुलिस लाइन अटैच करवा दिया गया है। अब सवाल यह है कि क्या अति संवेदनशील थाना मायापुर को नवागत महिला उप निरीक्षक नीतू सिंह अहिरवार कमान सम्भाल पाएंगी। इस अटेचमेंट करने में पुलिस अधीक्षक शिवपुरी का यह कदम सही है समझ से परे है और क्या क्षेत्रीय विधायक को आरोपियों के साथ इतनी हमदर्दी दिखाना कहीं पुलिस को कमजोर करना साबित होता है और अब मायापुर टीआई को लाइन अटैच करने पर आरोपियों का मनोबल नही बढेगा। अगर ऐसे ही ट्रांसफर होते रहे तो आरोपियों की तादाद में बृद्धि होगी व अपराध बढेगा।


