अति आवश्यक मरम्मत योग्य प्राथमिक व माध्यमिक शालाओं में शाला प्रबंधन समिति कराएगी कार्य, 1 करोड़ 68 लाख से होनी है मरम्मत
शिवपुरी। जिले के विभिन्न विकासखण्डों में डाइस डाटा 2023-24 एवं 24-25 में अति आवश्यक मरम्मत योग्य शालाओं को चिन्हित कर सूचीबद्ध किया गया था और ऐसी 96 शालाओं का प्रस्ताव भेजकर मार्च महीने में प्रशासकीय स्वीकृति कलेक्टर एवं जिला मिशन संचालक रविन्द्र कुमार चौधरी द्वारा जारी की गई थी। अब इन 96 प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में मरम्मत के लिए स्वीकृत 1 करोड़ 68 लाख राशि में से 25 फीसदी राशि प्रथम चरण में जारी कर दी गई है। राशि शाला प्रबंधन समिति के खातों में भेजी गई है और समय सीमा में इन शाला भवनों की मरम्मत करने के निर्देश दिए गए हैं। सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही जिले की इन 96 जर्जर स्कूल भवनों की दशा बदली नजर आएगी। कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने शाला प्रबंधन समितियों को गुणवत्तायुक्त कार्य समय सीमा में करने के निर्देश दिए हैं।
70 हजार से ढाई लाख तक की राशि स्वीकृत
जिले के जिन 96 स्कूलों में मरम्मत की जाएगी उनका प्राकलन किया गया था और उसी आधार पर 70 हजार रुपए से लेकर ढाई लाख रुपए तक की राशि स्वीकृत की गई है। फिलहाल स्वीकृत राशि में से 25 फीसदी राशि शाला प्रबंधन समिति को जारी कर दी गई है। भवन मरम्मत प्रारंभ करने के पूर्व शाला प्रबंधन समिति को फोटो खींचना होगा तथा उसी ऐंगल का फोटो मरम्मत कार्य पूर्ण होने के उपरांत प्रमाणीकरण के साथ प्रस्तुत करना होगा। निर्माण कार्य की मॉनीटरिंग सर्वशिक्षा अभियान के तकनीकी अमले द्वारा की जाएगी।
इन स्कूलों के लिए स्वीकृत हुई राशि
जिले के जिन 96 स्कूलों के लिए मरम्मत राशि की प्रथम किस्त जारी की गई है उनमें शिवपुरी विकासखण्ड के आठ स्कूल शामिल हैं। जिनमें प्रावि आदिवासी बस्ती कलोथरा के लिए 2 लाख 47 हजार, मावि बिलोखुर्द के लिए 2 लाख 95 हजार, मावि डोंगरी 2 लाख 20 हजार, प्रावि बिची 1 लाख 19 हजार, प्रावि भैंसोरा 1 लाख, प्रावि हरिजन कॉलोनी इन्दरगढ़, 2 लाख 21 हजार, प्रावि बिलूखो 1 लाख 52 हजार व प्रावि मावि मजरा नाढ में 2 लाख 32 हजार राशि स्वीकृत की गई है। इसी तरह कोलारस के प्रावि खरई, पडोराडांग, डोंडियाई, अटरुनी, कुल्हाड़ी, मडीखेड़ा, कुलवारा, पटसारी, बागरौद के लिए राशि जारी की गई है। जबकि बदरवास के प्रावि सेसई, नेगमा, पगारा, सहराना, धौरिया, धूकाराजापुर, रामपुरा देवरी, सिंघाखेड़ी चक्क, चपरादुक्कड़, सिद्धपुरा, मोहनपुर, गोदावरी के अलावा खनियांधाना के प्रावि देवरी, महरोली, महुआ, हीरापुर, गुरईया, लोटन, कुशवाह मोहल्ला, राही, मोटा देवखो, बड़ी टपरियन, पिपरौदा आलम, राजापुर भरफूला, देवीपुरा, फाटागजौरा, पोहरी के प्रावि ग्वालिपुरा, भानगढ़, भदरौनी, सेवाखेड़ी, खोदा, बैडारी, डिगडौली, बीलबरामाता, कन्या ककरौआ, बालापुर, मेहरा, मानिकपुर, रानीपुरा, बामनपुरा, मेहदेवा, करैरा के मावि दांगीपुरा, घसारही, प्रावि नदीपुरा, लालपुर, बहादुरपुर, कडोरालोधी, शहरया, कन्या दिनारा, नरवर के प्रावि डबरा सानी, शंकरिया की मडैया, रामदयाल की मडैया, खैकोदा, नया जैदपुर, फटफरा, आदिवासी की टपरा रामगढ़ा, वहीं पिछोर के आदिवासी बस्ती विजयपुरा, कछौआ, हीरापुर, बाछरौन सहराना, डोडरयाऊ, भगवा, अगरा, बरबटपुरा, नेघा, प्रेमनगर, डांडा शेरगढ़, रुपेपुर, पाली, डांडापुरा सहराना, उदयपुरा, चांनी, हरिनगर, बरखेरा, सड़मायापुर, चेलेपुर, शंकरपुर खैरोना व डटखेर शामिल है।
इनका कहना है
जिले के 96 अति आवश्यक मरम्मत वाले स्कूलों में मरम्मत कार्य के लिए मार्च महीने में प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई थी। अब इन स्कूलों के लिए 25 फीसदी राशि प्रथम चरण में जारी कर दी गई है। शाला प्रबंधन समिति द्वारा स्कूल भवनों की मरम्मत का कार्य समय सीमा में कराया जाएगा। मरम्मत कार्य गुणवत्तायुक्त मापदण्ड अनुसार व समय सीमा में हो इसकी सतत मॉनीटरिंग भी की जाएगी।
दफेदार सिंह सिकरवार, डीपीसीशिवपुरी