शिवपुरी। पोहरी की महिला एवं बाल विकास विभाग भर्ती प्रक्रिया में रिश्वतखोरी के आरोपों ने तूल पकड़ लिया है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने पूरे मामले में हलचल मचा दी, जिसमें पोहरी की सीडीपीओ नीलम पटेरिया कथित तौर पर कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि काम करना है तो लिफाफा देना पड़ेगा, एसडीएम और जिला कार्यक्रम अधिकारी तक भी। वीडियो में ग्रामीणों से यह भी बातचीत सुनाई देती है कि यदि काम नहीं होता, तो लिया गया पैसा लौटा दिया जाएगा।
वीडियो सामने आते ही सभापति ने मामले की शिकायत पोहरी एसडीएम मोतीलाल अहिरवार से की। एसडीएम ने तुरंत नोटिस जारी कर सीडीपीओ से जवाब मांगा। कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी ने कहा कि मामला गंभीर है, एसडीएम जांच कर रहे हैं और प्रतिवेदन के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पद से हटाकर जांच के घेरे में
भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने और जांच को प्रभावित होने से रोकने के लिए कलेक्टर ने नीलम पटेरिया का कार्यभार बदल दिया है। उन्हें जिला बाल संरक्षण अधिकारी, महिला एवं बाल विकास, जिला शिवपुरी के कार्यालय में पदस्थ किया गया है। बाल विकास परियोजना पोहरी का प्रभार अब अमित यादव, परियोजना अधिकारी, महिला एवं बाल विकास परियोजना शिवपुरी (ग्रामीण) को सौंपा गया है। सूत्रों के मुताबिक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका भर्ती में फर्जीवाड़ा और पैसों की मांग को लेकर कई शिकायतें पहले भी सामने आई थीं। 6 अगस्त से इस मुद्दे पर जिला प्रशासन की निगरानी और सख्त हो गई है।