आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की बीमारी से मौत, कॉलोनीवासियों ने की कोरोना जांच की मांग

MP DARPAN
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स्वास्थ्य विभाग ने नहीं की जांच, परिजनों ने किया अंतिम संस्कार 
शिवपुरी। फिजीकल थाना क्षेत्र के करौंदी कॉलोनी में एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आयूषी वर्मा की ग्वालियर में उपचार के दौरान मौत हो गई। जिसका शव परिजन ग्वालियर से शिवपुरी लेकर आए तो कॉलोनी के लोगों ने उसकी कोरोना जांच कराने की मांग करते हुए विवाद खड़ा कर दिया। जिसकी सूचना स्थानीय पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को दी गई। पुलिस तो मौके पर पहुंच गई लेकिन स्वास्थ्य विभाग का कोई भी अधिकारी और कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। बाद में स्वास्थ्य विभाग ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की किडनी फैल होने के कारण मौत होने की बात कही और कोरोना की जांच करने से इंकार कर दिया। इसके बाद परिजनों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का अंतिम संस्कार मुक्तिधाम पर कर दिया। मृत आंगनबाडी कार्यकर्ता की कोरोना की जांच न होने के कारण कॉलोनी के लोग डरे सहमे हैं। 
जानकारी के अनुसार आयूषी वर्मा उम्र 35 वर्ष निवासी वनविहार कॉलोनी वार्ड नम्बर 39 में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र पर कार्यकर्ता के रूप में पदस्थ थी। बताया जाता है कि 4-5 दिन से वह काफी अस्वस्थ चल रही थी। जिसका इलाज वह किसी निजी क्लीनिक पर करा रही थी। लेकिन उसके स्वास्थ्य में कोई बदलाव नहीं था और शनिवार को आयूषी की हालत काफी बिगड़ गई। जिस पर परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसे ग्वालियर रैफर कर दिया। ग्वालियर में उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई और रविवार को उसके परिजन उसे शिवपुरी लेकर आए। जब कॉलोनी में आयुषी में मौत की खबर फैली तो कॉलोनी में हड़कम्पपूर्ण स्थिति निर्मित हो गई। कॉलोनी के कुछ लोगों ने स्वास्थ्य विभाग को और  पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर आ गई।  लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां नहीं आई। जिस पर कॉलोनी के लोग आक्रोशित हो गए। इस दौरान कुछ लोगों ने स्वास्थ्य अधिकारियों से सम्पर्क किया तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि आयुषी की मौत किडनी फैल होने के कारण हुई है। इसलिए कोरोना जैसी कोई बात नहीं है। वहीं मृतिका के परिजनों का भी कहना है कि किडनी फैल होने के कारण आयुषी की मौत हुई है। 
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