शिवपुरी। पोहरी के ग्राम तिघरा से जाखनोद गांव पहुंची दो बारातें वधु के घर से पुलिस ने वापस लौटा दीं। क्योंकि दोनों ही दूल्हे और एक दूल्हन नाबालिग थे। जिनका विवाह कानूनन नहीं किया जा रहा था। जिसकी सूचना पुलिस को मिली तो पुलिस विवाह स्थलों पर पहुंच गई। जहां पुलिस को देखकर समारोह में भगदड़ मच गई और दूल्हे व बाराती वहां से भाग गए। जिनका पुलिस ने पीछा किया और दोनों नाबालिग दूल्हों सहित उनके परिवारजनों को पकड़ लिया बाद मेें पुलिस ने दूल्हे के परिजनों को समझाया और बालकों का विवाह बालिग हो जाने पर करने की बात कहकर उनकी बारातें वापस लौटा दीं।
जानकारी के अनुसार ग्राम तिघरा निवासी यादव और आदिवासी परिवार के दो बालकों का विवाह आज आयोजित किया गया था और दोनों की बारातें ग्राम जाखनोद पहुंची थी। लेकिन पुलिस को नाबालिगों के विवाह होने की सूचना प्राप्त हो गई और पुलिस की टीमें उक्त गांव में आ धमकी। जिनकी भनक लगते ही विवाह समारोह में खलवली मच गई और वहां भगदड़ का माहौल हो गया। जब तक पुलिस विवाह स्थल तक पहुंचती उससे पहले ही दूल्हे और परिजनों के साथ बारातीं विवाह स्थल से भाग निकलें और अपने घर पहुंच गए। लेकिन पुलिस ने उन्हें ग्राम तिघरा में पकड़ लिया। जहां परिजनों से बातचीत कर दूल्हों की उम्र के बारे में पूछा तो यादव परिवार के बालक की उम्र 21 वर्ष से कम निकली। जबकि आदिवासी परिवार के पास दूल्हे का कोई भी प्रमाण पत्र नहीं था। परिजनों के अनुसार उसकी उम्र 18 से 19 वर्ष थी और जिस बालिका से उसका विवाह कराया जा रहा था उसकी उम्र भी 15 वर्ष थी, जो कानूनन विवाह के योग्य नहीं थे। जिस पर पुलिस ने दोनों परिवारों के सदस्यों को बाल विवाह न कराने का परामर्श दिया और दोनों ही बारातों को वहां से वापस भेज दिया।




