बाढ़ पीडि़तों के बीच संवेदना एवं भरोसे की मिसाल बने मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केंद्रीय मंत्री सिंधिया

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सीएम बोले- जान है तो जहान है, सरकार का पहला कर्तव्य नागरिकों की सुरक्षा है, पचावली गांव में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण  




शिवपुरी।
शिवपुरी जिले के बाढ़ प्रभावित ग्राम पचावली में जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पीडि़तों के बीच पहुंचे, तो वहां सिर्फ राहत सामग्री नहीं, बल्कि उम्मीद, संवेदना और भरोसे का भाव लेकर आए। कीचड़ से भरे रास्तों और बर्बाद खेतों के बीच जब पीडि़तों ने अपने नेताओं को सामने पाया, तो आंखें भर आईं। 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्पष्ट कहा कि जान है तो जहान है। सरकार का पहला कर्तव्य नागरिकों की सुरक्षा है। हर प्रभावित परिवार को राहत राशि उनके खाते में मिलेगी, हम किसी को अकेला नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यह उनका कर्तव्य नहीं, कर्ज है। जनता ने जो स्नेह दिया है, उसका ऋण चुकाना ही सेवा है। डॉ. यादव ने प्रभावितों को राशन और मकान क्षतिपूर्ति की सहायता राशि वितरित की। उन्होंने पीडि़तों की तकलीफों को करीब से देखा, ब'चों के सिर पर हाथ रखा, बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि हम सिर्फ नेता नहीं, आपके अपने हैं। ये संकट की घड़ी है, पर हम सब मिलकर इसे पार करेंगे। उन्होंने बताया कि इस आपदा में 400 से अधिक लोगों की जान बचाई गई और सभी को त्वरित सहायता दी जा रही है। कार्यक्रम का हर क्षण मानो यह संदेश दे रहा था कि जब सरकार संवेदनशील होती है, तब वह परिवार बन जाती है। मुख्यमंत्री का हर शब्द, सिंधिया का हर वादा, पीडि़तों के मन में विश्वास का दीपक जला गया। इस अवसर पर शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन, कोलारस विधायक महेन्द्र सिंह यादव, पूर्व विधायक प्रहलाद भारती तथा भाजपा जिलाध्यक्ष जसवंत जाटव, कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी, पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़, जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन भी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों को सौंपी 4.&0 लाख रूपए की आर्थिक सहायता

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने शिवपुरी प्रवास के दौरान ग्राम पचावली पहुंचकर हाल ही में बाढ़ से प्रभावित हुए ग्रामीणों से भेंट की तथा उन्हें राज्य शासन की आरबीसी 6(4) योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता प्रदान की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बाढ़ पीडि़त परिवारों की क्षति का प्रत्यक्ष अवलोकन किया और मौके पर ही मकान क्षति एवं आवश्यक खाद्यान्न सामग्री हेतु सहायता राशि के स्वीकृत पत्र हितग्राहियों को सौंपे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपदा की हर घड़ी में अपने नागरिकों के साथ है, और राहत कार्यों को समयबद्धता और पारदर्शिता से पूर्ण किया जाएगा। मुख्यमंत्री द्वारा ग्रामीणों को सहायता राशि के स्वीकृति पत्र वितरित किए गए। जिनमें पतीराम जाटव को 70,000, चंपाल जाटव को 40,000, सविता जाटव को 40,000, भगचंद जाटव को 40,000, राजकुमारी जाटव को 40,000, संपत बाई केवट को 40,000, खुशलाल जाटव को 40,000, खेमचंद्र जाटव को 40,000, काला बाई जाटव को 40,000 तथा सीमा जाटव को 40,000 शामिल है। उपरोक्त अनुसार कुल 4,30,000 की राशि हितग्राहियों के खातों में अंतरित की गई है।


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