प्रभारी मंत्री की फटकार के बाद हिली नपा, सीएमओ धाकड़ ने 19 सफाई कर्मियों को हटाया

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शिवपुरी। शहर की बिगड़ी सफाई व्यवस्था को लेकर अब नगर पालिका पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। तात्याटोपे पार्क के पास फैली भीषण गंदगी देखकर प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर दौरे के दौरान भड़क उठे। उन्होंने मौके पर मौजूद सीएमओ इशांक धाकड़ को फटकार लगाई और कलेक्टर को पांच दिन में शहर चमकाने के सख्त निर्देश दिए। 

मंत्री ने साफ कहा कि वह पांच दिन बाद फिर आएंगे और सफाई व्यवस्था का स्वयं निरीक्षण करेंगे। प्रभारी मंत्री की इस सख्त नाराजगी के बाद सुस्त पड़ी नगर पालिका प्रशासन हरकत में आया। सीएमओ धाकड़ ने ड्यूटी से 10 दिन से ज्यादा समय से अनुपस्थित चल रहे 19 सफाई कर्मचारियों को तत्काल पद से हटा दिया।

गंदगी पर मंत्री का सख्त रुख, नपा की नींद टूटी

शहर की सफाई व्यवस्था लंबे समय से चरमराई हुई थी। जगह-जगह कचरे के ढेर और दुर्गंध से लोग परेशान थे। लेकिन नगर पालिका प्रशासन लापरवाह बना हुआ था। मंत्री तोमर ने इस हालत को देख नगर पालिका अधिकारियों के बजाय सीधे कलेक्टर को फोन कर सफाई की कमान सौंप दी।

भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी नपा

सफाई व्यवस्था ही नहीं, नगर पालिका इस समय भ्रष्टाचार के आरोपों से भी घिरी हुई है। कई पार्षदों ने नपाध्यक्ष पर मोर्चा खोल रखा है। शिकायतों के आधार पर एक मामले में सहायक यंत्री, उपयंत्री और ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है। ठेकेदार 15 दिन से जेल में है और जिला व उच्च न्यायालय ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी है। अदालत ने इस मामले में सीएमओ और नपाध्यक्ष की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं।

ड्यूटी से गायब रहे ये कर्मचारी

सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सीएमओ धाकड़ ने जिन 19 कर्मचारियों को हटाया, उनके नाम हैं कि लीला, गुड्डी, रेखा, मुन्नी, ललिता, महेंद्र खरे, गणेश, रोहित, श्रीमती गुड्डी, श्रीमती विमला, सुरेंद्र, मोहित, साजन, सौरभ, संजय, आकाश, श्रीमती रीना, मनीष और श्रीमती कृष्णा।

सवाल बरकरार: सुधरेगी क्या सफाई व्यवस्था?

नगर में लंबे समय से फैली गंदगी और नगर पालिका की छवि को देखते हुए लोग सशंकित हैं कि क्या केवल 19 कर्मचारियों को हटाने से सफाई व्यवस्था सुधर पाएगी? फिलहाल, मंत्री की सख्ती के बाद उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन अब और ढिलाई नहीं बरतेगा।

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