बारात आने के इंतजार में देर रात तक डटी रही प्रशासन की टीम

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परिजनों ने फोन पर लड़के वालों से कहा बारात मत लाना हम 2 साल बाद करेंगे लाड़ो का विवाह
गांव में लाइट न होने से मोबाइल टोर्च 
की रोशनी में जांच करती टीम 
शिवपुरी। अंकसूची के अनुसार मंजू (परिवर्तित नाम) की उम्र 16 वर्ष है। अभी इसका विवाह नहीं कर सकते। लड़की का विवाह 18 साल से पहले करना अपराध है। परियोजना अधिकारी नीरज सिंह गुर्जर ने पोहरी ब्लॉक के दौरानी गांव में जब बालिका के परिजनों से यह कहा तो परिजन लड़की की उम्र 18 वर्ष से अधिक होने की बात कहने लगे। जब टीम ने सख्त रुख अपनाया तो परिजनों ने 2 साल बाद विवाह करने की बात स्वीकार करली। 
शनिवार को शाम 5.20 बजे चाइल्ड लाइन नंबर 1098 पर किसी कॉलर ने कोलारस ब्लॉक के पवा बसई गांव में 15 वर्षीय राजू आदिवासी (परिवर्तित नाम) की सूचना दी। सूचनादाता ने बताया कि उसकी बरात पोहरी ब्लॉक के दौरानी गांव के लिये निकल रही है। ठीक आधे  घण्टे में बरात निकल जाएगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र सुंदरियाल ने परियोजना अधिकारी कोलारस पूजा स्वर्णकार एवं परियोजना अधिकारी पोहरी नीरज सिंह गुर्जर को बाल विवाह रोकथाम की कार्यवाही करने के लिये कहा गया।  परियोजना अधिकारी पूजा स्वर्णकार ने पवाबसई गांव से जानकारी ली तो पता चला कि बरात निकल चुकी है। पोहरी से परियोजना अधिकारी नीरज सिंह, कोलारस के खरई सेक्टर की पर्यवेक्षक सुमन वर्मा, छर्च थाना प्रभारी राजेन्द्र शर्मा अपने पुलिस बल के साथ जब गांव में पहुंचे तो वहां विवाह की लगभग सभी तैयारियां हो चुकीं थी,बरात आने का इंतजार चल रहा था। टीम के समझाने के बाद हालांकि परिजनों ने बचनपत्र लिख दिया था फिर भी टीम बरात के इंतजार में रात 10 बजे तक मौके पर डटी रही। जब परिजनों ने फोन पर लड़के वालों से कहा बरात मत लाना, लड़की की उम्र कम है पुलिस घर पर आ गई है ,अब तो हम 2 साल बाद विवाह करेंगे तब बरात रास्ते से बापस हो गई।
इनका कहना है
सूचनादाताओं को पता तो पहले से रहता ही होगा,पर अधिकतर सूचनाएं जिस दिन विवाह आयोजन होता है,उसी दिन मिलतीं है। यदि पहले से सूचना मिल जाये तो आयोजक का खर्चा होने से भी बच जाता है और टीम को परिजनों को समझाने में भी कठिनाई नहीं होती। जब बरात दरवाजे पर खड़ी हो,उस समय कार्यवाही करना थोड़ा कठिन होता है। प्रशासन सूचनादाताओं से आयोजन के दिन से एक- दो दिन पहले सूचनाओं की अपेक्षा करता है।
-राघवेंद्र शर्मा, बाल संरक्षण अधिकारी, शिवपुरी
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