500 से अधिक मरीजों का उपचार, फॉगिंग से मच्छरों पर कसा शिकंजा
शिवपुरी। कोलारस और बदरवास विकासखंड के जलभराव प्रभावित गांवों अनंतपुर, संगेश्वर, पचावली, टपरियन, लालपुर, देहरदा गणेश और रिजौदी में स्वास्थ्य विभाग ने विशेष चिकित्सा शिविर आयोजित किए। इन शिविरों में सर्दी, जुकाम, बुखार, उल्टी-दस्त और बदन दर्द जैसी बीमारियों से पीड़ित 500 से अधिक ग्रामीणों का इलाज किया गया। साथ ही, ग्रामीणों को जलजनित रोगों से बचाव के उपायों की जानकारी दी गई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय ऋषीश्वर ने बताया कि जिले में अतिवृष्टि से उत्पन्न बाढ़ जैसी स्थिति के मद्देनज़र कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी के निर्देश पर प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगाए गए। कोलारस विकासखंड में डॉ. सुनील रावत, आयुष चिकित्सक डॉ. रामकुमार गुप्ता व डॉ. नीलेश मेहते, मलेरिया एसटीएस दाउदयाल खेमरिया के नेतृत्व में चिकित्सकीय दल ने काम किया। वहीं बदरवास विकासखंड में दो चिकित्सा दल गठित किए गए। पहले दल में डॉ. राजेन्द्र जाटव, मोनिका शाक्य, डॉ. प्रति मौर्य, नर्सिंग ऑफिसर संजय माझी और सीएचओ योगेश साहू शामिल रहे, जबकि दूसरे दल में डॉ. अमलेश गौतम, डॉ. महेश जाटव, एमपीएस विनोद शर्मा, बीईई अशोक परिहार और कंपाउंडर बनवारीलाल सुमन की सेवाएं रही। सभी दलों के साथ आवश्यक चिकित्सा उपकरण और पर्याप्त मात्रा में दवाइयाँ भेजी गईं। गंभीर रोगियों को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल पहुँचाने हेतु एंबुलेंस और अन्य वाहन भी उपलब्ध कराए गए। इसके साथ ही, जलभराव वाले क्षेत्रों में मच्छरों की रोकथाम हेतु फॉगिंग कराई गई। डॉ. ऋषीश्वर ने बताया कि ग्रामीणों को दूषित जल से बचने, उबालकर पानी पीने और साफ-सफाई बनाए रखने जैसे उपायों की जानकारी भी दी गई। इससे पूर्व 30 जुलाई को लुकवासा पंचायत में भी एक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया था, जहाँ अनंतपुर और पचावली के विस्थापित ग्रामीणों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं दी गईं।
मुख्य बातें
500+ रोगियों का इलाज
दो विकासखंडों में कुल 3 चिकित्सा दल
प्रमुख बीमारियां: बुखार, सर्दी-जुकाम, उल्टी-दस्त
फॉगिंग व दवा वितरण से मलेरिया की रोकथाम
गंभीर मरीजों के लिए वाहन व्यवस्था
ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता दी गई