शिवपुरी। फर्जीवाड़े से नौकरी पाने वाले शिक्षक की कहानी का अंत हो गया है। जिला कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने जांच में दोषी पाए जाने पर संकुल पोहरी के जेएसके शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ सीएसी बलवीर सिंह तोमर को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
यह कार्रवाई पोहरी के वरिष्ठ पत्रकार काजी इलयास (भैया काजी) द्वारा बार-बार की गई शिकायतों के बाद संभव हो सकी। उनकी ताजा शिकायत पर हुई जांच में यह साबित हुआ कि बलवीर सिंह तोमर ने तथ्य छिपाकर नौकरी प्राप्त की थी। दरअसल, बलवीर सिंह तोमर पहले श्योपुर जिले में संविदा शाला शिक्षक वर्ग-2 के पद पर कार्यरत थे, लेकिन अवैध वसूली के आरोप सिद्ध होने पर 27 दिसंबर 2010 को उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई थीं। इसके बावजूद उन्होंने मात्र 21 दिन बाद, 18 जनवरी 2011 को शिवपुरी जिले के पोहरी विकासखंड में दोबारा नियुक्ति प्राप्त कर ली, बिना अपनी पूर्व बर्खास्तगी का उल्लेख किए। शिकायत पर तत्कालीन एसडीएम मोतीलाल अहिरवार द्वारा की गई जांच में यह बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ। एसडीएम ने अपने प्रतिवेदन में न केवल बर्खास्तगी की अनुशंसा की थी, बल्कि दंडात्मक कार्रवाई की भी सिफारिश की थी। जून 2025 में भेजी गई रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए कलेक्टर चौधरी ने 3 नवंबर 2025 को आदेश जारी कर दिए और बलवीर सिंह तोमर को सेवा से बर्खास्त कर दिया।
प्रशासनिक हलकों में मचा हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। अधिकारी और कर्मचारी अब विभागीय रिकार्ड्स की समीक्षा में जुट गए हैं ताकि अन्य किसी फर्जी नियुक्ति का पता लगाया जा सके।


