पर्यूषण पर्व पर भी कोरोना का ग्रहण, घर में ही मनाए जाएंगे

MP DARPAN
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न प्रवचन, न प्रतिक्रमण और न ही भगवान महावीर का जन्मोत्सव मंदिरों में मनेगा
शिवपुरी। जैन धर्म के प्रमुख त्यौहार पर्यूषण पर्व पर भी कोरोना की काली छाया पड़ गई है। श्वेताम्बर जैन समाज के 15 अगस्त से 22 अगस्त तक चलने वाले पर्यूषण पर्व के अवसर पर न तो मंदिर, उपासरे और स्थानक में प्रवचन होंगे और न ही प्रतिक्रमण का सामूहिक आयोजन होगा। पर्यूषण पर्व के दौरान मनाया जाने वाला भगवान महावीर का जन्मोत्सव भी इस बार सामूहिक रूप से नहीं मनाया जाएगा। घरों में रहकर ही जैन धर्माबलंबी व्रत उपवास, तपस्या और साधना करेंगे। 
पर्यूषण पर्व जैन धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है और इसे लौकिक पर्व नहीं बल्कि अलौकिक पर्व माना जाता है। यह आत्मा की शुद्धता का पर्व है और पर्यूषण पर्व के 8 दिनों में जैन धर्माबलंबी वर्ष भर अपने किए गए कार्यो की समीक्षा करते हैं और अपनी आत्मा की शुद्धि तपस्या, साधना एवं प्रायश्चित से करते हैं। इस त्यौहार की जैन धर्माबलंबी प्रतिक्षा करते हंै और इसे धूमधाम से मनाने के लिए ही अपने-अपने गांव और शहरों में साधू संतो और साध्वियों का चार्तुमास कराते हैं। पर्यूषण पर्व में सबसे पहले धर्माबलंबी धर्म स्थान में जाकर सुबह-सुबह प्रार्थना करते हैं और सुबह 9 बजे से प्रवचन का सिलसिला शुरू हो जाता है। दोपहर में भी धर्म स्थलों पर धार्मिक क्रियाएं होती हैं तथा रात्रि में प्रतिक्रमण का सामूहिक आयोजन होता है। लेकिन इस बार पर्यूषण पर्व की छठा धर्मस्थलों में देखने को नहीं मिलेगी और मंदिर तथा स्थानक सूने-सूने रहेंगे। भगवान की आंगी भी नहीं सजाई जाएगी। 
पर्यूषण पर्व पर प्रतिबंधित हो मांस, मछली की बिक्री 
माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जैन धर्म के प्रसिद्ध त्यौहार पर्यूषण पर्व पर मांस, मछली विक्रय की अनुमति प्रतिबंधित की गई है। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पर्यूषण पर्व पर 15 से 24 अगस्त तक पशुवध करने वाले वैध अवैध वूचडख़ाने बंद रखने का आदेश दिया है। सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय की पुष्टि करते हुए अखिल भारतीय पशु कल्याण बोर्ड भारत सरकार ने 6 अगस्त को सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेश को आदेश जारी कर दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिसके तारतम्य में 15 अगस्त से 24 अगस्त तक देश के सभी पशुवध गृह और मांस बिक्री पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगी। जिला प्रशासन से भी इस आदेश के क्रियान्वयन की अपेक्षा है। 
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