शिवपुरी। एक तरफ आसमान से कहर बनकर बरस रही मूसलधार बारिश, तो दूसरी तरफ ज़मीन पर सेना और प्रशासन के फरिश्ते बनकर उतरे जवान। शिवपुरी ज़िले में पिछले कुछ दिनों से बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं, लेकिन हालात से लड़ने के हौसले कहीं ज़्यादा बुलंद हैं।
कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी की अगुवाई में सेना, एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीमें लगातार मोर्चा संभाले हुए हैं। अब तक 12 बाढ़ प्रभावित इलाकों से 195 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है और ये कोई मामूली रेस्क्यू नहीं थे। ग्राम अनंतपुर में तो दिल छू लेने वाला नज़ारा देखने को मिला जहां 10 बच्चे और महिलाएं बाढ़ में फंसे हुए थे, उन्हें सेना ने अपने कंधों पर उठाकर बाहर निकाला। वहीं एक 100 साल से भी ज़्यादा उम्र के बुजुर्ग को जब बचाया गया, तो हर किसी की आंखें नम हो गईं। पचावली गांव में स्थित राइजिंग सोर्स इंटरनेशनल स्कूल, दीगोद के 24 नन्हे बच्चे जब फंसे, तो सेना की टीम ने उन्हें फिल्मी स्टाइल में निकालकर देहरड़ा तिराहे पर उनके शिक्षकों के हवाले किया। बच्चों की सलामती की खबर मिलते ही परिजनों की सांस में सांस आई। ग्राम भड़ौता में अभी भी कुछ ग्रामीण फंसे हुए हैं, जिनके लिए रेस्क्यू टीम जुटी हुई है। वहां भी जल्द राहत की उम्मीद की जा रही है। शिवपुरी में फिलहाल मौसम भारी है, लेकिन हौसले उससे कहीं ज़्यादा भारी और जब तक ये ज़मीनी हीरो डटे हैं, तब तक कोई आफ़त बड़ी नहीं।